TV Dekhna Band Kar Diya Jai



क्या  हो अगर घर में  टीवी   देखना बंद कर दिया जाए? दोस्तों , आप यकिन नहीं  करेंगे  आप कितनी सुंदर, सुखद  जीवन जीने लगेंगे। हाँ ,  मैं आप को अपने अनुभव के आधार पर कहती हूँ,  आप के पास  भरपूर  वक्त  होगा। फिर  जी लें  अपनी जिंदगी  जी  भर के। अपने आप के साथ, अपने  परिवार के  साथ । समाज के  साथ । आप से कभी  कोई यह  शिकायत नहीं  करेगा कि  आपके पास उनके लिए वक्त नहीं और न ही आपको किसी  से यह  शिकायत  होगी।  आप अपने बच्चों के साथ पूरा  समय बिता सकेंगे , उनकी बातों  को सुनकर उन्हें सही गलत से परिचित करा सकेंगे।आप  से अच्छा दोस्त तो उनका कोई  हो ही  नहीं  सकता ।जब  आप उनके साथ  अपना समय  बिताने लगेंगे  तो उन्हें अपनी बातों  को  आपसे कहने में ,  पूछने में झिझक नहीं  होगी  ओर आप अपने अनुभव  से उनकी जीवन सँवारने में  लग जाएँगे । देखते ही देखते  आप उनके सच्चे दोस्त बन जाएँगे । इसी  तरह आप अपने पति/पत्नी  और परिवार के अन्य सभी सदस्यों के जीवन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा  बन जाएँगे  ।आपके पास सबके  के साथ बिताने का समय होगा। न जाने कितनी अच्छी -अच्छी बातें निकल कर आएँगी,और  कितने अनुभवों से  आप अपने आप को और निखार  पाएँगे।
                 हर इंसान के पास कोई  न कोई हुनर ज़रूर होता है पर  वो  उसे  जान कर भी कर नहीं पाता और उसे  लोगों के सामने पेश  नहीं कर पाता क्योंकि उसका सारा समय तो टीवी ही  खा जाता है। मुझे पता है घर के बड़ो के पास इतनी काबिलियत होती है जिसे हम सिख नहीं पाते। पता है क्यों हमारे पास समय नहीं होती। मैं तो अपनी माँ  ,सासु माँ और पिताजी से इतना सीखा की मेरी तो जीवन ही सवर गई और उन्हें पता ही नहीं चला की ये सब उनकी ही देन  है । इस कारण मुझे अपने बड़ो से कोई शिकायत नहीं। जब आप के पास समय होगा तभी आप कुछ कर पाएंगे मैने अनेक घरों में देखा है लोग सारे काम - धाम छोड़ कर टीवी देखने बैठ जाते है । इतना ही नहीं अपने अपने पसंद का सीरियल देखने के लिए झगड़ा भी कर लेते है । यहाँ तक की बच्चे भी अपनी पढाई छोड़ कर सब के साथ बैठ कर इंजॉय करते है। अब आप बच्चों से क्या कहेगें। जब बड़े ही अनुशासन में नहीं है । अपने बच्चों  का जीवन समय रहते सवारने के लिए हमें भी समय की कीमत समझने की जरुरत है। घर में गेस्ट आते है उनसे मिलकर उनके साथ बातें  करने के बजाय लोग सामने चल रहे टीवी प्रोग्राम देखने में लगे रहते है इसकारण अब तो देखती हूँ लोगो ने मिलना जुलना भी कम कर दिया है । अगर टीवी देखना बंद कर दिया जाए तो आप अपनी काबलियत को दुनिया के सामने  ला सकेंगे। आप को देखकर बच्चे भी अपने आप को निखारेंगे । बच्चे अपने जीवन की ९० % गुण  अपने माता-पिता से  सीखते । इस लिए यह आवश्यक है कि आप उन्हें अपना समय देँ, जो टीवी के रहते कभी संभव नहीं है।इसी लिए कहते हैं -
                                           "टीवी ऑफ, ज़िन्दगी ऑन" 
 पूरी  उम्मीद है कि आप सब अपना समय अपने आप को समझने पर परिवार पर और समाज के उत्थान में लगाएंगे ।   धन्यवाद ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लाले रंग सिंदुरवा लाले रंग पुतरिया हो की लाले रंगवा

सुभाषितानि | Subhashitani | रूप-यौवन-सम्पन्नाः विशाल-कुल-सम्भवाः ।

कन्यादान गीत | Vivah geet | Kanyadaan geet | बेटी दान गीत | विवाह गीत | कन्यादान गीत