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कोई लाख करे चतुराई, #bhajan

       कोई लाख करे चतुराई koi lakh kare chaturai  karam ka lekh mite na re bhai   कोई लाख करे चतुराई,  करम  का लेख मिटे ना रे भाई । करम  का लेख मिटे ना रे भाई । ज़रा समझो इसकी सच्चाई रे,  करम  का लेख मिटे ना रे भाई । इस दुनिया में भाग्य के आगे,  चले ना किसी का उपाय । कागद हो तो सब कोई बांचे,  करम  ना बांचा जाए । एक  दिन इसी किस्मत के कारण,  वन को गए थे रघुराई रे ॥ करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥ कोई लाख करे चतुराई,  करम  का लेख मिटे ना रे भाई । करम  का लेख मिटे ना रे भाई । काहे मनवा धीरज खोता,  काहे तू नाहक रोए । अपना सोचा कभी ना होता,  भाग्य करे सो होए । चाहे हो राजा चाहे भिखारी,  ठोकर सभी ने यहाँ खायी   रे   ॥ करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥ कोई लाख करे चतुराई,  करम  का लेख मिटे ना रे भाई । करम  का लेख मिटे ना रे भाई । कोई लाख करे चतुराई,    हम सब लोग अपने अपने कर्म करते रहते है, चाहे वो अच्...

#ShivStuti #शिवस्तुति #shivabhajan

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 Shiv Stuti A soulful offering to Bhagwaan Shiva ॐ नमः शिवाय  || आशुतोष शशांक शेखर, चंद्रमौलि चिदम्बर  | कोटि - कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगंबर || आशुतोष शशांक शेखर, चंद्रमौलि चिदम्बर   कोटि - कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगंबर || आशुतोष शशांक शेखर, चंद्रमौलि चिदम्बर   कोटि - कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगंबर || कोटि नमन दिगंबर || निर्विकार ॐकार अविनाशी, तुम्ही देवाधिदेव | जगत्सर्जक प्रलयकर्ता शिवं सत्यं सुंदर ||  निर्विकार ॐकार अविनाशी, तुम्ही देवाधिदेव | जगत्सर्जक प्रलयकर्ता शिवं सत्यं सुंदरम ||  शिवं सत्यं सुंदरम ||   निरंकार स्वरुप कालेश्वर महायोगीश्वर | दयानिधि दानेश्वर, जय जटाधर अभयंकर||  निरंकार स्वरुप कालेश्वर महायोगीश्वर | दयानिधि दानेश्वर जय जटाधर अभयंकर|| जय जटाधर अभयंकर ||   शूलपाणि त्रिशूलधारी, औघड़ी बाघम्बरी | जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशंभर || शूलपाणि त्रिशूलधारी, औघड़ी बाघम्बरी | जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशंभर ||  विश्वनाथ विशंभर || नाथ नागेश्वर हरोहर, पाप - शाप अभिशाप तम | महादेव महान ...

गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी (श्री गणेश भजन), Gauri Ganesha Manau Aaj

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गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी श्री गणेश भजन    गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । सुरहिन गैया को गोबर मनागौं, दिग धर अगना लीपाऊं, आज सुध लीजे हमारी । गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । Ram ko dekhkar  गंगा जल स्नान कराऊँ, पीताम्बर पहनाऊं, आज सुध लीजे हमारी । गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । हरी हरी दूब मैं खूब चढ़ाऊँ, चन्दन घोल लगाऊं, आज सुध लीजे हमारी  गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । पहली पूजा करूँ तुम्हारी, लड्डू भोग लगाऊं, आज सुध लीजे हमारी । Gauri Ganesha Manau गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । 🙏

युगलाष्टकम्, Yugalashtakam, कृष्ण प्रेममयी राधा, राधा प्रेममयो हरिः

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युगलाष्टकम् Yugalashtakam कृष्ण प्रेममयी राधा, राधा प्रेममयो हरिः  Krishna premmayi Radha, Radha premmayi Hari: कृष्ण प्रेममयी राधा, राधा प्रेममयो हरिः । जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्ण गतिर्मम ॥ 1 ॥ श्री राधा श्री कृष्ण प्रेममयी हैं, एवं श्री राधा प्रेममय श्री कृष्ण हैं । मेरे जीवन का सम्पूर्ण नित्य धन एवं गति युगल सरकार श्री राधा कृष्ण हैं । कृष्णस्य द्रविणं राधा राधायाः द्रविणं हरिः । जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्ण गतिर्मम ॥ 2 ॥ श्री कृष्ण का जीवन धन राधा हैं, एवं श्री राधा का जीवन धन श्री कृष्ण हैं । मेरे जीवन का सम्पूर्ण नित्य धन एवं गति युगल सरकार श्री राधा कृष्ण हैं । कृष्ण प्राणमयी राधा, राधा प्राणमयो हरिः । जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्ण गतिर्मम ॥ 3 ॥ श्री कृष्ण की प्राण श्री राधा हैं, एवं श्री राधा का प्राण श्री कृष्ण हैं । मेरे जीवन का सम्पूर्ण नित्य धन एवं गति युगल सरकार श्री राधा कृष्ण हैं । कृष्ण द्रवामयी राधा, राधा द्रवामयो हरिः । जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्ण गतिर्मम ॥ 4 ॥ श्री राधा श्री कृष्ण के रस में डूबी हुई हैं, एवं श्री कृष्ण श्री राधा के रस में डूबे हुए हैं । मेरे जीवन क...

राम को देखकर श्री जनक नंदनी

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  राम को देखकर श्री जनक नंदनी    राम को देखकर श्री जनक नंदनी-2,  बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं |  राम देखे सिया माँ सिया राम को - 2 चार अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं |  राम को देखकर ----- थे जनकपुर गए देखने के लिए | - २  सारी सखियाँ झरोखन से झाँकन लगी | - २ देखते ही नज़र मिल गयीं दोनों की | -2 जो जहां थी खड़ी की खड़ी रह गयीं | राम को देखकर श्री जनक नंदिनी - २  बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं |  राम को देखकर ------ बोली है एक सखी राम को देखकर  -- 2 रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर | -2 पर धनुष कैसे तोड़ेंगे बाली उमर - २  सब में शंका बनी की बनी रह गई  राम को देखकर श्री जनक नंदनी -2 बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं |   राम को देखकर ----- बोली दूजी सखी छोट देखन में है - २  पर चमत्कार इनका नहीं जानती - 2 एक ही बाण में तड़का राक्षसी - २  उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयीं  राम को देखकर श्री जनक नंदनी बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं | - २ राम देखे सिया माँ सिया राम को चार अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं | - २ राम को देखकर श्री जनक...

Bhajan: राधे तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए, Radhe tere charno ki

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राधे तेरे चरणों की श्यामा तेरे चरणों की   राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए । सच कहता हूँ मेरी - 2  तकदीर बदल जाए ॥ राधे तेरे चरणों की,  श्यामा तेरे चरणों की  ॥ सुनता हूँ तेरी रहमत,   दिन रात बरसती है ।  - 2  एक बूँद जो मिल जाए, - 2 मन  की कली खिल जाए ॥ राधे तेरे चरणों की श्यामा तेरे चरणों की || यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ । - 2 जितना इसे समझाऊं, - 2  उतना ही मचल जाए ॥ राधे तेरे चरणों की श्यामा तेरे चरणों की || नजरों से गिराना ना, चाहे जितनी सजा देना । नजरों से जो गिर जाए, मुश्किल ही संभल पाए ॥ राधे तेरे चरणों की श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए । सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए ॥ राधे इस जीवन की बस एक तमन्ना है - 2  तुम सामने हो मेरे - 2  मेरा दम  ही  निकल  जाए ॥ राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए   सच कहता हूँ मेरी - 2 तकदीर बदल जाए ॥ राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की,  राधे तेरे चरणों की, श्यामा तेरे चरणों की  ॥ Radh...

जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल, Bhajan, Krishna bhajan,

  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपाल गोपाल  गोपाल गोपाल गोपा...

सावन का महीना घटाए घनघोर, कृष्णा भजन, Krishna bhajan

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सावन का महीना घटाए घनघोर    कृष्णा भजन   Krishna bhajan  सावन का महीना घटाए घनघोर,  कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर|  प्रेम हिंडोले बैठे श्याम बिहारी,  झूला झुलाये सारी ब्रज की नारी| - 2 जोड़ी लागे प्यारी जैसे चंदा और चकोर,  कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर  सावन का महीना घटाए घनघोर कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर | --2 ठंडी फुहारें पड़े मन को लुभाये गीत गायें सखियाँ श्याम मुस्कुराये | -2 बाँसुरिया बजाये, मेरे मन का चितचोर, कदम्ब की डाली झुले श्री राधा - नन्द किशोर सावन का महीना घटाए घनघोर, कदम की डाली झूले  श्री  राधा नन्द किशोर | - २ कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|   जमुना के तट पर नाचे, नाचे  ता ता थैया राधा को झुलाये श्याम रास रचाये | -२  ब्रज में छायी मस्ती और मस्त हुए मनमोर कदम्ब की डाली झुले श्री राधा नन्द किशोर सावन का महीना घटाए घनघोर, कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|  कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर| Krishna bhajan  देख युगल छवि मन में समायी श्याम सुन्दर ...