सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे, Bhagwati geet, मैथिली भगवती गीत,
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे
Bhagwati geet
मैथिली भगवती गीत
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२
हमरा किये बिसरै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे
हमरा दिश से मुँह फेरै छी, यी नै उचित करइ छी हे |
सब के सुधि अहा लै छी हे, अम्बे हमरा किये बिसरै छी हे ---२
हमरा किये बिसरै छी हे, हमरा किये बिसरै छी हे
सब के सुधि अहा लै छी हे, अम्बे हमरा किये बिसरै छी हे ---२
हे जगदम्बा, जग अवलम्बा तारिणी तरिणी बनयी छी हे -- ४
क्षण क्षण पल पल ध्यान धरै छी -- २
दरसन बिनु तरसै छी हे -- २
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२
छी हम पुत्र अहइ के जननी, से तो अहा जनै छी हे -- ४
रात दिन हम विनय करइ छी, पापी जान खेलै छी हे |
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२
हमरा किये बिसरै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे - २
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२
हमरा दिश से मुँह फेरै छी, यी नै उचित करइ छी हे |
सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---4
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