सावन का महीना घटाए घनघोर, कृष्णा भजन, Krishna bhajan
सावन का महीना घटाए घनघोर
कृष्णा भजन
Krishna bhajan
सावन का महीना घटाए घनघोर,
कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर|
प्रेम हिंडोले बैठे श्याम बिहारी,
झूला झुलाये सारी ब्रज की नारी| - 2
जोड़ी लागे प्यारी जैसे चंदा और चकोर,
कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर
सावन का महीना घटाए घनघोर
कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर | --2
ठंडी फुहारें पड़े मन को लुभाये
गीत गायें सखियाँ श्याम मुस्कुराये | -2
बाँसुरिया बजाये, मेरे मन का चितचोर,
कदम्ब की डाली झुले श्री राधा - नन्द किशोर
सावन का महीना घटाए घनघोर,
कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर | - २
कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|
जमुना के तट पर नाचे, नाचे ता ता थैया
राधा को झुलाये श्याम रास रचाये | -२
ब्रज में छायी मस्ती और मस्त हुए मनमोर
कदम्ब की डाली झुले श्री राधा नन्द किशोर
सावन का महीना घटाए घनघोर,
कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|
कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|
Krishna bhajan
देख युगल छवि मन में समायी
श्याम सुन्दर ने महिमा गाई | - 2
देख के प्यारी जोड़ी, मनवा होये विभोर - 2
कदम्ब की डाली झुले श्री राधा नन्द किशोर
सावन का महीना घटाए घनघोर,
कदम्ब की डाली झुले श्री राधा नन्द किशोर
कदम की डाली झूले राधा नन्द किशोर|
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