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जय जय नन्द यशोदा दुलाल गिरिवर धारी गोपाल, Bhajan, Krishna bhajan,

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कलम, आज उनकी जय बोल, Sri Ramdhari Singh Dinkar

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    कलम, आज उनकी जय बोल श्री रामधारी सिंह दिनकर की देशभक्ति कविता   कलम, आज उनकी जय बोल जला अस्थियाँ बारी-बारी चिटकाई जिनमें चिंगारी, जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर लिए बिना गर्दन का मोल कलम, आज उनकी जय बोल। जो अगणित लघु दीप हमारे तूफानों में एक किनारे, जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल कलम, आज उनकी जय बोल। पीकर जिनकी लाल शिखाएँ उगल रही सौ लपट दिशाएं, जिनके सिंहनाद से सहमी धरती रही अभी तक डोल कलम, आज उनकी जय बोल। अंधा चकाचौंध का मारा क्या जाने इतिहास बेचारा, साखी हैं उनकी महिमा के सूर्य चन्द्र भूगोल खगोल कलम, आज उनकी जय बोल | 🙏

सावन का महीना घटाए घनघोर, कृष्णा भजन, Krishna bhajan

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सावन का महीना घटाए घनघोर    कृष्णा भजन   Krishna bhajan  सावन का महीना घटाए घनघोर,  कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर|  प्रेम हिंडोले बैठे श्याम बिहारी,  झूला झुलाये सारी ब्रज की नारी| - 2 जोड़ी लागे प्यारी जैसे चंदा और चकोर,  कदम की डाली झूले श्री राधा - नन्द किशोर  सावन का महीना घटाए घनघोर कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर | --2 ठंडी फुहारें पड़े मन को लुभाये गीत गायें सखियाँ श्याम मुस्कुराये | -2 बाँसुरिया बजाये, मेरे मन का चितचोर, कदम्ब की डाली झुले श्री राधा - नन्द किशोर सावन का महीना घटाए घनघोर, कदम की डाली झूले  श्री  राधा नन्द किशोर | - २ कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|   जमुना के तट पर नाचे, नाचे  ता ता थैया राधा को झुलाये श्याम रास रचाये | -२  ब्रज में छायी मस्ती और मस्त हुए मनमोर कदम्ब की डाली झुले श्री राधा नन्द किशोर सावन का महीना घटाए घनघोर, कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर|  कदम की डाली झूले श्री राधा नन्द किशोर| Krishna bhajan  देख युगल छवि मन में समायी श्याम सुन्दर ...