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सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे, Bhagwati geet, मैथिली भगवती गीत,

सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे Bhagwati geet मैथिली भगवती गीत सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२  हमरा किये बिसरै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे  हमरा दिश से  मुँह फेरै छी, यी नै उचित करइ छी हे |  सब के सुधि अहा लै छी हे, अम्बे हमरा किये बिसरै छी हे ---२  हमरा किये बिसरै छी हे, हमरा किये बिसरै छी हे सब के सुधि अहा लै छी हे, अम्बे हमरा किये बिसरै छी हे ---२  हे जगदम्बा, जग अवलम्बा तारिणी तरिणी बनयी छी हे -- ४ क्षण क्षण पल पल ध्यान धरै छी -- २  दरसन बिनु तरसै छी हे -- २  सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२  छी हम पुत्र अहइ के जननी, से तो अहा जनै छी हे -- ४ रात दिन हम विनय करइ छी, पापी जान खेलै छी हे | सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२  हमरा किये बिसरै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे - २  सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये बिसरै छी हे ---२ हमरा दिश से मुँह फेरै छी, यी नै उचित करइ छी हे |  सब के सुधि अहा लै छी हे अम्बे, हमरा किये...

श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे, Bhagwati geet, मैथिली भगवती गीत,

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श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे      Bhagwati geet मैथिली भगवती गीत श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे ... 4 डेरा कता छन   ... 4 श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे ... 2 माँ के दुआरी पर अड़हुल के गछिया .. २ गम गम गम गम गमके भवानी के डेरा कता  छन हे .... 2  श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे ... २ माँ के दुआरी पर नीम के गछिया ..  २ लह लह लह लह लहके भवानी के डेरा कता छन हे  श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे ... 2'  माँ के दुआरी पर धुप दिप जलइउ --- २ गम गम गम गम गमकै भवानी के डेरा कता  छन हे -- २  श्यामल वरन मृगलोचन भवानी के डेरा कता छन हे ... 4   Ramraksha stotram

Sri Hanuman Chalisa, श्री हनुमान चालीसा

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   श्री हनुमान चालीसा   Sri Hanuman Chalisa दोहा  श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि | बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि || बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार | बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार || चौपाई  जय हनुमान ज्ञान गुन सागर | जय कपीस तिहुं लोक उजागर || रामदूत अतुलित बल धामा | अंजनि पुत्र पवनसुत नामा || महाबीर बिक्रम बजरंगी |  कुमति निवार सुमति के संगी || कंचन बरन बिराज सुबेसा | कानन कुंडल कुंचित केसा || हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै | कांधे मूंज जनेऊ साजै || संकर सुवन केसरीनंदन | तेज प्रताप महा जग बन्दन || विद्यावान गुनी अति चातुर | राम काज करिबे को आतुर || प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया |  राम लखन सीता मन बसिया || सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा | बिकट रूप धरि लंक जरावा || भीम रूप धरि असुर संहारे | रामचंद्र के काज संवारे || लाय सजीवन लखन जियाये | श्रीरघुबीर हरषि उर लाये || रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई | तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई || सहस बदन तुम्हरो जस गावैं | अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं || सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा | नारद सारद सहित अहीसा ...