Bhavyatam Bhagwat Geeta | भव्यतम भागवत गीता | दिव्य ग्रन्थ गीता | Bhagwat geeta |
भव्यतम भागवत गीता
हिन्दू धर्म का पवित्रतम ग्रन्थ, दुनिया का सबसे भव्यतम भागवत गीता 3 मीटर लम्बी और 800 kg का है | इस गीता में 670 पृष्ठ हैं, जिनका साइज 2.84 गुणा 2.0 मीटर है।
Iskcon के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद की ओर से गीता प्रचार के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह प्रकाशित कराई गई है। संस्था से जुड़े वेदांत बुक ट्रस्ट ने इसकी छपाई की है।
यह इटली के मिलान शहर में ढाई साल में तैयार की गयी | ये वहाँ से समुद्री रास्ते से भारत लायी गयी | भगवद्गीता की छपाई संस्था से जुड़े वेदांत बुक ट्रस्ट ने की है | इसे तैयार करने के लिए सिंथेटिक कागज और कई तरह के कीमती धातु का इस्तेमाल किया गया है |
ये दिव्या भागवत गीता नई दिल्ली के कैलाश स्थित Iskcon temple में है | इस भव्य गीता का विमोचन हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया |
"श्रील प्रभुपाद" ने "गीता" को बहुत ही आसान तरीके से समझा कर सबसे पहले अंग्रेजी में लिखा था | बाद में हिंदी में अनुवाद करवाके उसे देश और दुनिया में बांटा गया |
लगभग ६० करोड़ गीता को Iskcon के सहयोग से उनके भक्तों के द्वारा बांटा जा चूका है | आज लोग बहुत ही आसानी से गीता को समझ सकते है |
"गीता में भगवान् श्री कृष्ण" ने हमें बिल्कुल सरल तरीके से जीने और इस संसार में खुश रहने के सरल तरीकों को समझाया है |
गीता को श्रील प्रभुपाद ने सामान्य से सामान्य रूप में लिखा ताकि वो सर्वसाधारण को आसानी से समझ में आये |
गीता हमारी वो भव्यतम धरोहर है जो हमें आचार,विचार, संस्कार सिखाती है | गीता हमें हमारी संस्कृति से जोड़े रखता है | हमारी हर परेशानी का समाधान इसमें है |
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने जेल में रहते हुए गीता का रहस्य लिखा | उन्होंने भगवान् श्री कृष्ण की निष्काम कर्मयोग की बहुत सरल व्याख्या की है | उन्होंने कहा की गीता के सन्देश का प्रभाव दार्शनिक और विद्वानों की चर्चा तक ही सिमित नहीं है बल्कि जन मानस के आचार - विचार के क्षेत्र में भी सदैव जीता जगता प्रतीत होता है |
लोकमान्य तिलक के द्वारा मराठी में गीता लिखी गयी और उन्होंने गुजरती में उसका अनुवाद करवाया | गीता विश्व की धरोहर है | कुरुक्षेत्र के मैदान पर कही गयी ये गीता के रूप में अमर वाणी ज्ञान - विज्ञान हर क्षेत्र के लिए प्रेरणा का श्रोत्र है |
हम धन्य है, ये हमारे सौभाग्य है की हम उस धरती के लोग है जहां गीता जैसे धर्म ग्रन्थ है | जो हमें हमारे जीवन जीने की सही कला सिखाता है | हम कठिन से कठिन परिस्थिति को बहुत ही आसानी से पार कर जाते है |
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