Dwar chekai shadi geet | शादी गीत द्वार छेकाई नेग गीत |

 

द्वार छेकाई नेग गीत 

Dwar chekai shadi geet



 द्वार के छेकाई नेगा पहले चुकइयो हो दुलरुआ भैया |

तब जइह कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया

तब जइह कोहबर अपन हो दुलरुआ भैया 

तब जइह कोहबर अपन हो दुलरुआ भैया 


Dwar chekai shadi geet



ससुर के कमायी देल्हा बहिनी के दियउ हे दुलरुआ भैया, 

तब जैहै कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया | 

तब जैहै कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया | 

Dwar chekai shadi geet

साला के कमाई देलहा बहिनी के दिहा हे 

तब जैहै कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया | 

तब जैहै कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया | 


बहुत दिन से हम असरा लगै लियै हे दुलरुआ भैया 

आज आसरा दियो न पुराय हे दुलरुआ भैया 

Dwar chekai shadi geet

कोहबर लिखाई पहले भौजी से लेबै हे दुलरुआ भैया, 

तब दिहा अपन कमाई हे दुलरुआ भैया | 

रखियो के खुसिया हमें आज मनइबै हे दुलरुआ भैया 

तब जैहै कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया |


द्वार के छेकाई नेगा पहले चुकइयो हो दुलरुआ भैया |

तब जइह कोहबर अपन हे दुलरुआ भैया


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