संदेश

पति -पत्नी के संबंध / Pati Patni Ke Sambandh

                                                                पति -पत्नी के संबंध                                     "दो हृदय मिले दो फूल खिले ,दो सपनो ने  श्रृंगार किया ,                                 दो दूर देश के पथिकों ने संग -संग चलना स्वीकार किया ।"  इतना सुंदर उद्धरण अक्सर शादी के कार्ड में पढ़ने को मिल जाता है और ये  बिल्कुल सही भी है । कोई नहीं जानता किसके संग किसके जीवन की डोर बंधी है । जब दो हृदय मिलते है तो दोनों के बीच स्नेह बढ़ता है फिर विश्वास बढ़ता है। इसी विश्वास और स्नेह  के बल पर दो अलग- अलग माहौल और परिवार से आए युवक और युवती एकदूसरे के साथ पूरा जीवन कदम से कदम मिलाकर चलना स्वीकार क...

Betiyan | बेटियां | Betiyaan

चित्र
 बेटियां  बेटियां बोझ नहीं सौभाग्य होतीं है |  बेटियां दो कुल की मर्यादा होतीं है |   घर - आँगन की  आन-  बान और शान  होतीं है बेटियां | जब एक औरत गर्भवती होती है तो आने वाली संतान को लेकर सिर्फ खुश रहती है। उसे बेटी या बेटा किसी से शिकायत नहीं होता। वो तो बस एक स्वस्थ बच्चे को इस दुनिया में लाने के प्रयत्न में लगी रहती है। ये बेटा- बेटी जैसे शब्द हमारे घर या आस - पास के माहौल का नतीजा है।  लोगो को बेटियां अच्छी नहीं लगती  ऐसी बात नहीं है  । बात तो  ऐसी  है कि इन्हें कितना भी पढ़ाओ - लिखाओ इन्हें तो दूसरे घर जाना है। जब तक माँ बाप के साथ होती है उसके पीछे ही रहना पड़ता है। बेटियों की वजह से जिम्मेदारियां ज्यादा बढ़ जाती है।  जब वो   विदा  होतीं  है तो दहेज में अपने पिता की सारी जीवन की कमाई बटोर ले जाती है और बस इन्हीं कारणों से बेटियाँ भारी बोझ होती है। यही वो वजह है जिसके कारण लड़कियों को जन्म लेते ही माँ और बेटी दोनों पर कहर टूट जाती है और इस नाजुक स...

Parwarish

परवरिश                                                                                                                                                        दोस्तों ,  वैसे तो हम सब जानते है की जब माँ संतान को जन्म देती है  तो उसकी एक ज़िम्मेदारी शुरु हो जाती है- अपने बच्चे की परवरिश की । परन्तु , बच्चे की परवरिश  वास्तव मे माँ के गर्भ  में  ही प्रारम्भ हो जाती है। अगर माँ चाहे तो अपने मन मे सदा अपने बच्चे के प्रति अच्छे विचार रखे, हमेशा अच्छा सोचे,  तो बच्चा गर्भ से ही संस्कारी होता है । ये महाभारत में अर्जुन पुत्र अभिमन्यु के बारे में भी कहा जाता है । वो...

TV Dekhna Band Kar Diya Jai

क्या  हो अगर घर में  टीवी   देखना बंद कर दिया जाए? दोस्तों , आप यकिन नहीं  करेंगे  आप कितनी सुंदर, सुखद  जीवन जीने लगेंगे। हाँ ,  मैं आप को अपने अनुभव के आधार पर कहती हूँ,  आप के पास  भरपूर  वक्त  होगा। फिर  जी लें  अपनी जिंदगी  जी  भर के। अपने आप के साथ, अपने  परिवार के  साथ । समाज के  साथ । आप से कभी  कोई यह  शिकायत नहीं  करेगा कि  आपके पास उनके लिए वक्त नहीं और न ही आपको किसी  से यह  शिकायत  होगी।  आप अपने बच्चों के साथ पूरा  समय बिता सकेंगे , उनकी बातों  को सुनकर उन्हें सही गलत से परिचित करा सकेंगे।आप  से अच्छा दोस्त तो उनका कोई  हो ही  नहीं  सकता ।जब  आप उनके साथ  अपना समय  बिताने लगेंगे  तो उन्हें अपनी बातों  को  आपसे कहने में ,  पूछने में झिझक नहीं  होगी  ओर आप अपने अनुभव  से उनकी जीवन सँवारने में  लग ...