Srimad Bhagwat Geeta, भगवान कृष्ण कहाँ निवास करते है, कृष्ण कहाँ रहते है | श्रीमद्भागवत गीता

 श्रीमद्भागवत गीता  

भगवान कृष्ण कहाँ निवास करते है?

कृष्ण  कहाँ रहते है? 

अरबों - खरबों जीवों तक परमात्मा कैसे पहुंचते हो?





Arjun Krishna samwad



अर्जुन ने भगवान् से पूछा - हे कृष्ण आप कहाँ रहते हो ? 

इस ब्रह्माण्ड में रहने वाले अरबों खरबों जीवों के हृदय तक आप कैसे पहुंचते हो ?


वराह पुराण में कृष्ण कहते हैं -  


गीताश्रये अहम् तिष्ठामि गीता मे च उत्तमं गृहं 
गीता ज्ञानं उपाश्रित्य त्रिलोकान् पालयामि अहम् 



मैं भगवत गीता में निवास करता हूँ | भगवत गीता ही मेरा सबसे उत्तम घर हैं | 
गीता के ज्ञान से ही मैं तीनों लोकों का पालन करता हूँ | 



भगवान व्यास देव कहते हैं

गीतायाः पुस्तकं यत्र, यत्र पाठ प्रवर्तते  
तत्र सर्वाणि तीर्थानि प्रयागानी तत्र वै | 


जहां भगवत गीता होती हैं जहां भगवत गीता का पाठ होता हैं 
वहाँ 
 सारे तीर्थ तो आ ही जाते है | तीर्थों का राजा प्रयाग भी वहाँ आ जाते है |  


यत्र गीता विचारश्च पठनं पाठनं श्रुतं | 
तत्राहम् निश्चितं पृथ्वी निवसामी सदैवहि ||   


भगवान कहते है - जिस स्थान पर गीता का पठन - पाठन होता हो, गीता को सुना जाता हो और उसपर विचार किया जाता है, उस स्थान पर मैं साक्षात् उपस्थित रहता हूँ |  

   







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