जय-जय भैरवि असुर भयाउनि | Jai jai bhairavi asur bhayawni | विद्यापति गीत | Vidyapati geet | माँ दुर्गा गीत

जय-जय भैरवि असुर भयाउनि Jai jai bhairavi asur bhayawni विद्यापति माँ दुर्गा गीत Sri Vidyapatiji Maa Durga geet माँ दुर्गा गीत जय-जय भैरवि असुर भयाउनि Jai jai bhairavi asur bhayawni माँ दुर्गा गीत विद्यापति गीत Sri Vidyapatiji विद्यापति जी मैथिली और संस्कृत के कवि, संगीतकार, लेखक, दरबारी और राज पुरोहित थे | उन्हें 'मैथिल कवि कोकिल' के नाम से जाना जाता है। जय-जय भैरवि असुर भयाउनि पशुपति भामिनी माया सहज सुमति वर दियउ गोसाउनि अनुगति गति तुअ पाया | वासर रैनि सबासन शोभित चरण चन्द्रमणि चूड़ा कतओक दैत्य मारि मुख मेलल कतओ उगिलि कएल कूड़ा | सामर बरन नयन अनुरंजित जलद जोग फुलकोका कट-कट विकट ओठ पुट पांडरि लिधुर फेन उठ फोंका | Anant chaturdasi घन-घन-घनय घुंघरू कत बाजय हन-हन कर तुअ काता विद्यापति कवि तुअ पद सेवक पुत्र बिसरू जनि माता | JAI JAI BHAIRAVI BY Sharda Sinha जय-जय भैरवि असुर भयाउनि | Jai jai bhairavi asur bhayawni | विद्यापति गीत | Vidyapati geet जय-जय भैरवि असुर भयाउनि | Jai jai bhairavi a...